World Cancer Day: क्या पेशाब में खून आना किडनी के कैंसर का संकेत है? Dr. ने बताया 10 लक्षणों से करें पहचान – on world cancer day oncologist told sign and symptoms of kidney cancer, medical treatment, prevention tips


किडनी के कैंसर (Kidney Cancer) के प्रारंभिक लक्षणों व संकेतों को पहचानना इलाज की सफलता के लिए बहुत जरूरी है। कई बार किडनी के कैंसर के सबसे आम संकेतों में से एक हीमेटुरिया या पेशाब में खून आना है। आमतौर से किडनी के कैंसर में कोई अन्य समस्या, दर्द, या बेचैनी नहीं होती, लेकिन यदि पेशाब में खून आए, तो मरीज को सतर्क हो जाना चाहिए।

कुछ मामलों में किडनी का कैंसर होने पर पेशाब में खून आने पर कोई दर्द नहीं होता। जरूरी नहीं खून हमेशा दिखाई ही दे, लेकिन पेशाब की जांच करने पर खून का पता चल जाता है।

आज वर्ल्ड कैंसर डे (World Cancer Day) है और इस दिन को मनाने का मकसद भी यही है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को कैंसर के बारे में पता चल सके ताकि इस जानलेवा बीमारी की रोकथाम और सही इलाज कराया जा सके। इस अवसर पर जयपुर के मणिपाल हॉस्पिटल्स में कंसलटेंट मेडिकल ऑन्कोलॉजी डॉ. ललित शर्मा आपको बता रहे हैं कि किडनी का कैंसर क्या है और इसकी कैसे रोकथाम की जा सकती है।

किडनी में कैंसर के लक्षण

किडनी में कैंसर के लक्षण

पेशाब में खून किडनी के कैंसर के अलावा भी अनेक कारणों से आ सकता है, जिनमें सिस्टाईटिस, यूटीआई, ब्लैडर और प्रोस्टेट कैंसर, ब्लड थिनर की ओवरडोज, मूत्रनली में पथरी, और प्रोस्टेट एवं ब्लैडर का कैंसर शामिल हैं।

किडनी के हिस्से में गांठ या ट्यूमर, थकान, पार्श्व हिस्से में दर्द, अस्वस्थ महसूस होना, भूख न लगना, वजन घटना, निचली श्रेणी का बुखार, हड्डियों में दर्द, हाई ब्लड प्रेशर, एनेमिया, या खून में अत्यधिक कैल्शियम होना किडनी के कैंसर के कुछ अतिरिक्त संकेत हैं।

किडनी के कैंसर के कारण और निदान

किडनी के कैंसर के कारण और निदान

किडनी के कैंसर का कोई भी ज्ञात कारण नहीं है। कुछ जोखिम हैं, जिनकी वजह से यह बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है। इनमें धूम्रपान, मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, परिवार में इतिहास, और रेडियेशन का एक्सपोज़र हैं। यदि किसी को किडनी के कैंसर के ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी महसूस हो रहा हो, तो उसे फौरन डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
कैंसर का निदान करने और पहचान करने के लिए की जाने वाली जांच में शामिल हैंः
पेशाब की जांच
खून की जांच
सीटी स्कैन
पेट का एमआरआई एवं ट्यूमर की बायोप्सी
किडनी के कैंसर के अलग-अलग चरण

किडनी का कैंसर कितना गंभीर है?

किडनी का कैंसर कितना गंभीर है?

यह उसके चरण पर निर्भर करता है। कैंसर का चरण ट्यूमर की जगह और आकार एवं इस बात पर निर्भर है कि लिम्फ नोड्स कितने प्रभावित हैं, कैंसर कितना फैल चुका है, और किन टिश्यू एवं अंगों तक पहुंचा है। अर्ली-स्टेज के किडनी कैंसर में स्टेज 1 और स्टेज 2 के कैंसर शामिल हैं, जिसमें ट्यूमर अभी भी केवल किडनी में होता है। केवल अपनी जगह पर एडवांस्ड किडनी कैंसर में स्टेज 3 का कैंसर शामिल होता है, जिसमें ट्यूमर आसपास की संरचनाओं तक पहुंच चुका होता है। एडवांस्ड किडनी कैंसर में स्टेज 4 का कैंसर है, जिसमें कैंसर किडनी से बाहर अन्य अंगों तक फैल जाता है।

किडनी के कैंसर का इलाज

किडनी के कैंसर का इलाज

ट्यूमर की स्टेज और ग्रेड, मरीज की उम्र और उनका सामान्य स्वास्थ्य किडनी के कैंसर के इलाज में मुख्य भूमिका निभाते हैं। इसके इलाज के लिए अनेक विकल्प उपलब्ध हैं, जिनमें सर्जरी, टिश्यू को काटकर निकालना, रेडियेशन थेरेपी, टारगेटेड मेडिकेशन थेरेपी, इम्युनोथेरेपी, और कभी-कभी कीमोथेरेपी शामिल होते हैं।

किडनी के कैंसर की रोकथाम

किडनी के कैंसर की रोकथाम

भिन्न-भिन्न कैंसर के कारण भी अलग-अलग होते हैं। किडनी के कैंसर के कारण और इसकी रोकथाम के उपायों पर अभी भी शोध जारी है। किडनी के कैंसर से पूरी तरह नहीं बचा जा सकता है, लेकिन कुछ उपाय इसके जोखिम को कम कर सकते हैं। धूम्रपान छोड़ दें और ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाकर रखें। शरीर का वजन कंट्रोल रखें और फलों व सब्जियों का खूब सेवन करें।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।



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