
शहीद को अंतिम को विदाई देते परिजन व ग्रामीण।
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श्रीनगर में तैनात पांचवीं ट्रेनिंग रेजीमेंट सेना के जवान हरप्रीत सिंह हैप्पी की पंजाब में सड़क हादसे में मौत हो गई। सोमवार को हरियाणा के सिरसा जिले के उनके पैतृक गांव फग्गु में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। तीन साल के बेटे गुरजोत सिंह ने उनको मुखाग्नि दी।
हरप्रीत सिंह हैप्पी के पिता कुलवंत सिंह ने बताया कि उनका बेटा पिछले आठ वर्षों से सेना में कार्यरत था। इस समय उसकी तैनाती श्रीनगर में थी। जनवरी को हरप्रीत छुट्टी पर आया था। रविवार को हरप्रीत पंजाब के गांव लहरा मोहब्बत में बाइक पर अपनी बहन से मिलने के लिए गया था।
गांव के नजदीक ही सड़क पर एक गड्ढे में बाइक गिरने के कारण वह घायल हो गया। राहगीरों ने हरप्रीत सिंह हैप्पी को अस्पताल में भर्ती करवाया। यहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। सोमवार को गांव फग्गु में 10 सेना के जवानों की एक टुकड़ी ने सूबेदार अमरजीत सिंह के नेतृत्व में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया।
बेटे गुरजोत सिंह ने मुखाग्नि दी, जबकि पत्नी ने युवा सिपाही हरप्रीत सिंह को सलामी दी।भारतीय सेना के जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीणों, रिश्तेदारों पहुंचे। सभी ने हरप्रीत सिंह अमर रहे, अमर रहे के नारे के साथ अलविदा कहा। सरपंच रविंद्रपाल सिंह ने हरप्रीत को श्रद्धांजलि दी।
भाई भी पैरा मिलिट्री पैराशूट कमांडो
हरप्रीत सिंह के दो भाई हैं। उनके बड़े भाई अमृतपाल सिंह भी पैरा मिलिट्री पैराशूट कमांडो हैं। उनके परिवार में तीन साल का बेटा गुरजोत, डेढ़ साल की बेटी हरसिमरत, पत्नी हरविंदर कौर, पिता कुलवंत सिंह, माता सुखविंदर कौर हैं।