बांकेगंज। दुधवा नेशनल पार्क में आने वाले सैलानियों को यहां की जैव एवं वानस्पतिक विविधता के साथ साथ यहां पाए जाने वाले पक्षियों के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देने के लिए दुधवा और किशनपुर सेंक्चुरी के पर्यटन परिसरों में इंटरप्रिटेशन सेंटर शुरू किए जाएंगे। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
दुधवा में सर्दियों के मौसम में हजारों किलोमीटर की लंबी दूरी तय कर यहां के जलाशयों, झीलों,तालाबों और नदियों में बड़ी संख्या में रंग-बिरंगे प्रवासी पक्षी आते हैं। इनके अलावा यहां के प्राकृतिक सौंदर्य और बाघ, तेंदुआ आदि वन्यजीव दुधवा की खासियत है। इनका दीदार करने के लिए देश विदेश से सैलानी यहां आते हैं और वे इनके बारे में संपूर्ण जानकारी चाहते हैं। सैलानी वन्यजीवों एवं पक्षियों की प्रकृति उनके स्वभाव और जंगल में उनके प्राकृतवास के बारे में अपनी जिज्ञासा शांत करना चाहते हैं।
इसके लिए दुधवा में पहले से नेचर सेंटर और म्यूजियम स्थापित है लेकिन यहां सैलानियों की जिज्ञासा पूरी तरह शांत नहीं हो पाती है। सैलानियों की जिज्ञासा को शांत करने के लिए अब दुधवा टाइगर रिजर्व के नवागत मुख्य वन संरक्षक/ एफडी बी प्रभाकर ने दुधवा और किशनपुर सेंक्चुरी में इंटरप्रिटेशन सेंटर स्थापित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इसे जल्द शुरू किए जाने के लिए दुधवा नेशनल पार्क के उपनिदेशक डॉ टी रंगाराजू को निर्देश दिए हैं। इंटरप्रिटेशन सेंटर बनाने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इससे ईकोटूरिज्म को नए आयाम मिलेंगे।