
Indian Army: GOC-in-C Eastern Command RP Kalita
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पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने शुक्रवार को यहां कहा कि सेना हर परिस्थिति के लिए तैयार है। मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि युद्ध और शांति दोनों अवसरों पर भारतीय सैनिक पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में सड़कों का जाल बिछ रहा है। सारी राजधानियां हवाई सेवाओं से जुड़ गई हैं। हर तरफ विकास हो रहा है, इसका लाभ भारतीय सेना को होगा। अरुणाचल प्रदेश में एलएसी में स्थिति बिल्कुल सामान्य है, लेकिन अप्रत्याशित हैं। इसलिए भारतीय सेना किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
पूर्वी कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने कहा कि बीते साल रूस-यूक्रेन युद्ध से सुरक्षा और आर्थिक गिरावट के रूप में भू-राजनीतिक गतिशीलता में गहरा बदलाव देखने को मिला है। धीरे-धीरे भारत-प्रशांत क्षेत्र में शक्ति केंद्र का स्थानांतरण हुआ, जिसने हमारे पड़ोस में अचानक महत्वपूर्ण विकास देखा है। उन्होंने कहा, भारत और चीन के बीच कोई कांटेदार तार नहीं है। इसलिए समस्या बनी हुई है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में सीमा की स्थिति अब ठीक है, लेकिन, अप्रत्याशित घटनाएं घटती रही हैं। इसलिए हमें सावधान रहना होगा। हाल ही में जो हुआ उससे हम सतर्क हैं।
उन्होंने कहा, हमने भारत-चीन सीमा से सटे अरुणाचल-सिक्किम सेक्टर के गांवों को आधुनिक बनाने का फैसला किया है। सिक्किम-अरुणाचल प्रदेश सीमा के पास के गांवों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है क्योंकि हम सुरक्षा के मुद्दों के बारे में सोच रहे हैं, ताकि पलायन रोका जा सके।
उन्होंने कहा, सिलीगुड़ी कॉरिडोर हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि हमारी सारी सैन्य सेवाएं इसी सिलीगुड़ी कॉरिडोर पर निर्भर हैं। इस सिलीगुड़ी के चिकन कॉरिडोर पर चीन की हमेशा नजर रहती है। इसलिए सिलीगुड़ी पर पैनी नजर रख रहे हैं। साल 2017 के डोकलाम के बाद चीन ने अपने इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करना शुरू किया। हम विशेष रूप से सड़कों और सहायक सेवाओं में सुधार कर रहे हैं, लेकिन कुछ मामलों में अभी भी समस्याएं हैं, उनका समाधान किया जा रहा है।