
Iएसपी ट्रैफिक ने अभिभावकों को खत लिख नाबालिगों के वाहन चलाने पर जताई चिंता
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Iकहा- बच्चे यातायात नियमों का पालन करें, इसलिए उचित शिक्षा देने की जरूरतI
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Iएसपी ट्रैफिक अक्षय कोंडे ने अभिभावकों को खत लिखकर नाबालिगों के वाहन चलाने पर चिंता जताई है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि बच्चों को गाड़ी की चाभी न दें और उपहार स्वरूप नई गाड़ी तो बिल्कुल न दें। ऐसी शिक्षा दें कि बच्चे कुशल बनें। ऐसे में वे दुर्घटना का शिकार होने से बच जाएंगे।I
Iएसपी ट्रैफिक अक्षय कोंडे ने सभी स्कूलों में भेजे पत्र में लिखा है कि शहर में स्कूली छात्रों में यातायात नियमों के उल्लंघन की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। बच्चों के शुरुआत जीवन में शिक्षकों और अभिभावकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वे जो शिक्षा देते हैं, वह बच्चे को शारीरिक और मानसिक रूप से पुष्ट बनाती है। उनकी दूरदर्शिता निखारती है। लेकिन, आज के बच्चों में यातायात नियमों के पालन करने का अभाव बढ़ रहा है। ऐसे में बच्चों को उचित शिक्षा की जरूरत है। लिहाजा 18 साल से कम उम्र के बच्चों को वाहन न दें।I
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Iअभिभावकों पर होगी कार्रवाईI
Iएसपी ट्रैफिक ने कहा कि शिक्षक और अभिभावक बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी नहीं देते हैं। बच्चों की खुशी में अभिभावक उपहार स्वरूप वाहन भेंट करते हैं। आस-पड़ोस और रिश्तेदारों की शान-ओ-शौकत के हिसाब से तुलना करके बच्चों को या तो नया वाहन दिया जाता है या फिर पुराने वाहनों की चाभी सौंप दी जाती है। लेकिन, छोटे प्रलोभन के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। एमवी एक्ट-1988 में यथा संशोधित धारा 199ए (किशोर द्वारा अपराध) में अभिभावक को तीन वर्ष तक की सजा, 25 हजार का जुर्माना, एक साल तक वाहन सीज, किशोर 25 वर्ष का न हो जाए तब तक डीएल प्राप्त न कर पाना आदि शामिल है। उन्होंने कहा कि इस अपील के बाद भी अगर सुधार नहीं हुआ तो वाहन चलाने वाले नाबालिगों के खिलाफ चलाकर अभिभावकों पर कार्रवाई की जाएगी।I