हाइलाइट्स
महज 2 महीनों में इसके एक्टिव यूजर की संख्या 10 करोड़ तक पहुंच गई.
ChatGPT से भविष्य में कुछ सेक्टर्स की नौकरी पर खतरे की आशंका है.
एक्सपर्ट्स ने कहा- इस सोच से बाहर निकलने की जरूरत है कि रोबोट मनुष्यों की नौकरियां ले रहे हैं.
नई दिल्ली. दुनियाभर में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के बढ़ते प्रचलन और नई खोज से कई काम आसान होते जा रहे हैं. इस बीच ChatGPT के आगमन ने धूम मचा दी है. AI तकनीक से लैस ‘चैटबॉट चैटजीपीटी’ पिछले साल नवंबर में लॉन्च हुआ और महज 2 महीनों में इसके एक्टिव यूजर की संख्या 10 करोड़ तक पहुंच गई और यह इंटरनेट के इतिहास में सबसे तेजी से ग्रो करने वाला कंज्यूमर ऐप्लीकेशन बन गया. इतनी जबरदस्त लोकप्रियता और सफलता के बावजूद ChatGPT को लेकर हड़कंप मचा हुआ है. क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि इसके चलते कई नौकरियों पर खतरा मंडराने लगा है.
चैटजीपीटी से टेक्नोलॉजी, मीडिया, लीगल, मार्केट रिसर्च, टीचर्स, कस्टर केयर सर्विस, ग्राफिक डिजाइनर्स, फाइनेंस जॉब और शेयर बाजार से जुड़ी कुछ नौकरियों के लिए खतरा बनकर उभरा है. फिलहाल जॉब मार्केट पर इतना खतरा नहीं है जितना भविष्य को लेकर आशंका जाहिर की गई है. दरअसल चैटजीपीटी की कुछ सीमाएं है.
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आखिर क्या है ChatGPT?
चैटजीपीटी (Chat Generative Pre-trained Transformer) ऐप्लीकेशन एक ऐसा मशीन लर्निंग सिस्टम है, जो डाटा के आधार पर रिसर्च करके परिणाम देता है. हालांकि, इसके पास इंसानों जैसा कॉमन सेंस नहीं है और यह मौजूदा डाटा के आधार पर ही सैंपल जनरेट करता है. चूंकि आने वाले समय में यह तेजी से विकसित होगा इसलिए कई जॉब को खतरा तो हो सकता है.
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की रिपोर्ट के अनुसार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ऑटोमेशन के कारण 2025 तक 97 मिलियन नए रोजगार सृजित होंगे. इस बीच, चैटजीपीटी को लेकर इस बात का डर बढ़ रहा है कि AI बहुत ही मानवीय तरीके से और रिकॉर्ड समय में संकेतों और सवालों का जवाब देने में सक्षम है और जॉब मार्केट को इससे खतरा हो सकता है. हालांकि, एक ग्लोबल एडवाइजरी फर्म का कहना है कि इस सोच से बाहर निकलने की जरूरत है कि रोबोट मनुष्यों की नौकरियां ले रहे हैं.
कंप्यूटर ने नहीं छीनी नौकरियां, फिर ChatGPT से क्यों डरे?
एक जमाने में जब कंप्यूटर का इस्तेमाल बढ़ने लगा था तो आशंकाएं जाहिर की जाने लगी थी कि यह कई नौकरियों को खा जाएगा, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं हुआ. बल्कि कंप्यूटर ने हमारे काम को और आसान कर दिया. ठीक, इसी तरह चैटजीपीटी भी हमारे लिए उपयोगी और समय बचाने वाला साधन हो सकता है. हालांकि, इससे सिर्फ उन लोगों को फर्क पड़ेगा, जो अपनी स्किल्स को विकसित नहीं करेंगे. कई जानकारों ने कहा, “मानव और मशीन की मदद से भविष्य में का रास्ता और आसान होगा.”
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Tags: 5G Technology, Artificial Intelligence, Personal computer, Technology
FIRST PUBLISHED : February 05, 2023, 15:41 IST