Agriculture:बेल वाली सब्जियों में हार्मोनल स्प्रे कर फीमेल फ्लावर तैयार करें किसान, बढ़ेगी पैदावार – Farmers Prepare Female Flowers By Spraying Hormonal In Vine Vegetables, Yield Will Increase


घीया व तोरी की बेल।

घीया व तोरी की बेल।
– फोटो : संवाद

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किसान इस समय बेल वाली सब्जियों में बढ़िया पैदावार लेने के लिए पॉलिथीन में तैयार किए गए पौध पर हार्मोनल स्प्रे करें ताकि फीमेल फ्लावर पहले तैयार हो सके। मेल फ्लावर पहले तैयार होने पर फल कम आएगा। हॉर्मोनल स्प्रे करने से कीट पैदा नहीं होंगे और खेत में खरपतवार नहीं उग पाएगी। खेत में पौधरोपण के बाद 10 से 20 पौधे गेंदा के अवश्य लगाए जिससे क्रॉस पोलिनेशन यानी प्रजनन की क्रिया तेजी से बढ़े। फरवरी पौध तैयार करने का अनुकूल समय माना जाता है।

आमतौर पर सब्जी उत्पादक किसान बीज बोकर सब्जी की फसलें तैयार करते हैं। बीज के अंकुरित होने पर पहली सिंचाई करते ही खरपतवार का ज्यादा प्रकोप बढ़ जाता है, जो बेलों की वृद्धि एवं विकास पर रोक लगा देती है। सब्जी की खेती किसान के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती है लेकिन अधिकतर किसान आज भी पुरानी तकनीक पर ही खेती करते आ रहे हैं। मुश्किल से तीन से पांच प्रतिशत किसान ही सब्जी, फल एवं फूलों की खेती करते हैं।

कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार अब फरवरी माह में किसान बेल वाली सब्जियों की पौध तैयार कर सकते हैं। बीज से बुआई के बजाय पौध तैयार कर रोपाई करना बेहतर माना जाता है। पहले पॉलिथीन में बीज से पौध तैयार करें। मार्च माह में सब्जी की फसलें उगाई जा सकती हैं। पौध रोपित करने के बाद पूरे खेत में हार्मोनल स्प्रे कर दें। प्रति एकड़ एक ग्राम मात्रा का स्प्रे पर्याप्त है। 

 पौध तैयार करने की ये है विधि

पौध कम तापमान में टिन शेड आदि के नीचे तैयार की जा सकती है। खेत में भी पौध तैयार कर सकते हैं लेकिन शाम को इसे ढकना जरूरी होगा ताकि तापमान अनुकूल बना रहे। करीब 10 दिन में यह पौध तैयार हो जाएगी। उसके बाद खेत में रोपाई की जा सकती है। मार्च माह में किसान हरी मिर्च, टमाटर, बैंगन, चप्पल कद्दू की सब्जी लगा सकते हैं जिससे आगे चलकर बढ़िया पैदावार मिल सके। इस सीजन में पौधों में रोग कम लग पाते हैं। अगेती घीया व तोरी की बेल भी लगाई जा सकती हैं। घीया व तोरी में इथोकोन का स्प्रे करने से इसमें मिठास की मात्रा बढ़ जाती है।

कटाई के बाद खाली खेत में कर सकते हैं सब्जी की खेती

कृषि विशेषज्ञों के अनुसार सरसों की कटाई के बाद खाली खेत में सब्जी की खेती की जा सकती हैं। अप्रैल- मई में जो तापमान होता है वह सब्जी की खेती के लिए अनुकूल है। इस समय ज्यादा दवा आदि का छिड़काव भी नहीं करना पड़ता है।

 

इस समय किसान बेल वाली सब्जियों की पौध तैयार कर सकते हैं। पौध तैयार होने के बाद उस पर हॉर्मोनल स्प्रे करें। पॉली हाउस में भी पौध तैयार की जा सकती है। फरवरी माह पौध तैयार करने का सही समय है। खेत में बीज बोकर सब्जी उगाने पर खरपतवार ज्यादा बढ़ेगी जो पौधों को बढ़ने नहीं देगी। -डॉ.जितेंद्र सिहाग, तकनीकी कृषि अधिकारी



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