नई दिल्ली: भारत के शीर्ष पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ और उसके अध्यक्ष बृजभूषण शरण के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वे WFI को भंग करने की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. द इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक इस अभूतपूर्व विरोध प्रदर्शन की नींव 2 बार की विश्व चैंपियन विनेश फोगट के पास आए फोन कॉल की एक श्रृंखला के बाद पड़ी, जिसमें कई युवा महिला एथलीटों ने लखनऊ में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय शिविर में ‘असुरक्षित वातावरण’ के बारे में आशंका व्यक्त की थी.
रिपोर्ट के मुताबिक जब युवा महिला पहलवानों ने विनेश फोगाट को राष्ट्रीय शिविर का बहिष्कार करने और यहां तक कि खेल छोड़ने की अपनी योजना के बारे में बताया तो, उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ (Wrestling Federation of India) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह समेत अन्य राष्ट्रीय कोचों के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के साथ 18 जनवरी को सार्वजनिक रूप से सामने आने का फैसला किया. लखनऊ कैंप, जो बुधवार से शुरू होना था और जिसके लिए इस महीने की शुरुआत में महिला पहलवानों को बुलाया गया था, खेल मंत्रालय द्वारा रद्द कर दिया गया.
विरोध प्रदर्शन के दूसरे दिन जंतर-मंतर पर जुटे दिग्गज
बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक के नेतृत्व में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जंतर-मंतर पर WFI के खिलाफ दूसरे दिन के विरोध प्रदर्शन को व्यापक समर्थन मिला. गुरुवार की देर शाम, खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से मुलाकात की. भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष और पूर्व स्प्रिंट स्टार पीटी उषा ने उनसे ‘आगे आने और अपनी चिंताओं को जाहिर करने’ का अनुरोध किया. पीटी उषा ने ट्विटर पर पोस्ट किया, ‘हम इस मामले में न्याय सुनिश्चित करने के लिए पूरी जांच कराएंगे.’
भारतीय कुश्ती महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर के अनुसार, इस बीच डब्ल्यूएफआई ने आरोपों पर चर्चा करने के लिए रविवार को अयोध्या में एक आपातकालीन आम परिषद की बैठक आयोजित करने का फैसला किया है. इससे पहले गुरुवार को, अंतरराष्ट्रीय पहलवानों और हरियाणा, यूपी और राजस्थान के दंगल पहलवानों के साथ-साथ किसान नेता नरेंद्र ताऊ की उपस्थिति में धरना स्थल खचाखच भरा हुआ था. बुधवार की रात ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो संदेश पोस्ट कर समर्थन मांगा था.
विनेश, बजरंग और साक्षी ने उठाई ‘विरोध की आवाज’
डब्ल्यूएफआई का विरोध करने वाले समूह के एक प्रमुख सदस्य ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘उन कॉल के बाद (महिला पहलवानों से), विनेश फोगाट, ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने आपस में बातचीत की और तय किया कि वर्षों से यौन उत्पीड़न में शामिल बृजभूषण शरण और अन्य राष्ट्रीय कोचों के खिलाफ अब बोलना जरूरी हो गया है. अंशु मलिक और सोनम मलिक (दोनों टोक्यो ओलंपिक दल का हिस्सा थे) भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए.’ यह पता चला है कि महिला पहलवानों ने अतीत में भी विनेश को इसी तरह की घटनाओं के बारे में बताया था, और जब राष्ट्रीय शिविर को लखनऊ की बजाय कहीं और आयोजित करने की अपील को अनसुना कर दिया गया, तो उन्होंने फैसला किया कि ‘अब बहुत हो गया.’
पत्रकारों से बात करते हुए विनेश फोगाट ने कहा, ‘कल (बुधवार) 2 से 3 लड़कियां थीं जो यौन उत्पीड़न के बारे में सबूत के साथ बात करने को तैयार थीं. आज मैं कह सकती हूं कि 5 से 6 महिला पहलवान ऐसी हैं जो बात करने और यौन उत्पीड़न के सबूत के साथ सामने आने को तैयार हैं. मुझे केरल की महिला पहलवानों के भी फोन आए. महाराष्ट्र वाले भी कह रहे हैं कि उनके भी ऐसे ही बुरे अनुभव रहे हैं.’ बजरंग और प्रदर्शनकारी समूह के अन्य लोगों के साथ विनेश ने खेल मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की और कहा कि जब तक डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को बर्खास्त नहीं किया जाता तब तक पहलवान धरना स्थल से नहीं हटेंगे.
संतोषजनक कार्रवाई नहीं, तो दर्ज कराउंगी FIR: विनेश
उन्होंने कहा, ‘यह कुश्ती के लिए दुखद होगा अगर लड़कियों को सामने आकर अपना नाम बताना पड़े और उत्पीड़न का सबूत देना पड़े. हमें ऐसा करने के लिए मजबूर न करें. विनेश ने कहा, अगर कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई, तो वह बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगी. गुरुवार को, विरोध प्रदर्शन में शामिल होने वालों में विनेश के चाचा महावीर फोगाट भी रहे. वह बबीता और संगीता फोगाट के पिता और कोच रहे हैं. आमिर खान की बॉलीवुड हिट ‘दंगल’ उन्हीं से प्रेरित थी. महावीर फोगाट की बेटी और बीजेपी नेता बबीता भी सरकार का संदेश लेकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचीं.
बबीता ने कहा, ‘मैंने उन्हें आश्वासन दिया है कि सरकार उनके साथ है. मैं यह सुनिश्चित करने की कोशिश करूंगी कि उनके मुद्दे आज ही सुलझ जाएं.’ स्टार रेसलर बजरंग पूनिया की शादी संगीता फोगाट से हुई है. बुधवार को खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृहभूषण शरण सिंह और महासंघ को आरोपों पर स्पष्टीकरण देने के लिए 72 घंटे का समय दिया था, और कहा था कि ऐसा नहीं करने पर राष्ट्रीय खेल विकास संहिता के प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई शुरू की जाएगी. इस बीच सूत्रों से पता चला है कि खेल मंत्रालय ने बृजभूषण शरण से पद छोड़ने के लिए कहा है. यदि वह अपने मन से नहीं हटते हैं, तो उन्हें बर्खास्त कर दिया जाएगा.
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Tags: BJP MP Brijbhushan Sharan Singh, Vinesh phogat, Wrestling Federation of India
FIRST PUBLISHED : January 20, 2023, 09:44 IST