
भारतीय रेल
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सुभागपुर-पचपेड़वा रेल रूट के विद्युतीकरण का कार्य पूरा होने के बाद इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों को चलाने की हरी झंडी दे दी गई है। इस रूट पर पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन आनंद विहार-गोरखपुर हमसफर एक्सप्रेस चलाई गई। बुधवार से इस रूट से जाने वाली सभी ट्रेनें इलेक्ट्रिक इंजन से चलाई जाएंगी।
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को स्पीड ट्रायल किया था। मानक पर सही पाए जाने के बाद इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों के संचलन को मंजूरी दे दी गई। इस रूट पर चलने वाली 11 जोड़ी मेल/एक्सप्रेस एवं सवारी गाड़ी व मालगाड़ियों के विद्युत इंजन से चलने पर डीजल की खपत में प्रतिवर्ष 8000 किलो लीटर की कमी आएगी। इस पर व्यय होने वाले 85 करोड़ रुपये रेल राजस्व की बचत होगी।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार, विद्युत लोको के चलने से डीजल की बचत के साथ ट्रेनों की गति बढ़ेगी। पर्यावरण संरक्षण भी होगा। इसके अलावा सभी रेलवे स्टेशनों को 24 घंटे पॉवर सप्लाई मिलती रहेगी। सिग्नल एवं अन्य जरूरी कार्यों के लिए अतिरिक्त विद्युत जेनरेटर का उपयोग कम होने से डीजल की बचत होगी।