दिवालिया होने की कगार पर खड़े पाकिस्तान के पास है ये बड़ा खजाना, चुटकियों में बदल सकता है देश की सूरत


हाइलाइट्स

पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है और दिवालिया होने की कगार पर खड़ा है.
आर्थिक मामलों के जानकारों के मुताबिक ब्‍लू इकोनॉमी के जरिए देश की हालत सुधर सकती है.
पाकिस्तान ब्लू इकॉनमी के जरिए 100 अरब डॉलर तक की इनकम पैदा कर सकता है.

नई दिल्ली. पूरी दुनिया की मार्केट में इन दिनों उथल-पुथल मची हुई है. इसी बीच भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान गहरा आर्थिक संकट से गुजर रहा है. यहां तक कि दिवालिया होने की कगार पर खड़ा है. जबकि अंतरराष्‍ट्रीय मुद्राकोष (IMF) से इसे बेलआउट पैकेज मिलने के बारे में भी अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है. लेकिन इसी बीच एक्सपर्ट्स एक ऐसे खजाने की बात कर रहे हैं जो चुटकियों में देश की तकदीर बदल सकता है.

दरअसल, यहां ब्‍लू इकोनॉमी की बात की जा रही है. जानकारों के मुताबिक, अगर इसे सही तरीके से उपयोग किया जाए तो पलभर में देश के हालात बदल सकते हैं. उनका मानना है कि ब्लू इकोनॉमी के जरिए रेवेन्यू का एक बड़ा हिस्‍सा हासिल हो सकता है. इससे देश का सामाजिक स्‍तर सुधर सकता है और गरीबी दूर हो सकती है.

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क्या होती है ब्लू इकोनमी?
ब्लू इकॉनमी समुद्र से जुड़े उद्योग और सेवाओं को कहा जाता है जो किसी भी देश के रेवेन्यू में बढ़ोतरी कर सकता है. ब्‍लू इकोनॉमी में ऊर्जा यानी तेल, गैस और रिन्‍यूबल एनर्जी के अलावा शिपिंग, मैरीटाइम, कृषि, फिशरीज और पर्यटन सेक्‍टर्स शामिल होते हैं. बता दें कि पाकिस्तान की समुद्र से लगी तट रेखा 1050 किमी फैली हुई है. इसमें लगभग तीन लाख स्‍क्‍वॉयर किलोमीटर एक्‍सक्‍लूसिव इकोनॉमिक जोन शामिल है.

100 अरब डॉलर तक हो सकती है इनकम
पाकिस्तान के आर्थिक जानकारों के मुताबिक पाकिस्तान ब्लू इकॉनमी के जरिए 100 अरब डॉलर तक की इनकम पैदा कर सकता है. लेकिन मौजूदा समय में यह सिर्फ एक अरब डॉलर की इनकम ले पा रहा है. वहीं, इसमें से ज्यादातर राशि फिशरीज, तटीय पर्यटन और मरीन रेवेन्यू से प्राप्त की जाती है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि पाकिस्तान अपने आर्थिक हालात सुधारने के लिए ब्लू इकॉनमी पर फोकस करके सी-फ़ूड एक्सपोर्ट को बढ़ा सकता है.

आर्थिक हालात बेहतर करने के लिए सबसे कारगर उपाय
पाकिस्तान के पास ब्लू इकोनॉमी के जरिए अर्थव्यवस्था को बूस्ट करने का अच्छा मौका है. कई लोगों का मानना है कि इसके पास बहुत से ऐसे संसाधन मौजूद हैं जिनका सही तरीके से उपयोग नहीं किया गया है. पाकिस्तान में अभी तक इन संसाधनों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा है. वहीं दूसरे देश इस सेक्‍टर से अरबों डॉलर कमा रहे हैं. अपनी तट रेखा को यूज़ करके पाकिस्‍तान मध्‍य पूर्व, अफ्रीका और दूसरे देशों के साथ व्यापार को बढ़ा सकता है और उन्हें एक्सपोर्ट कर सकता है. इससे देश की अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने में काफ़ी मदद मिल सकती है.



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