
जेकेपीएसी परीक्षा के टॉपर
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जम्मू-कश्मीर लोक सेवा आयोग (जेकेपीएससी) समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में सोशल मीडिया प्लेटफार्म अहम भूमिका निभा रहा है। इसमें यू-ट्यूब का सबसे ज्यादा प्रयोग होता है, लेकिन इसका सही इस्तेमाल भी जरूरी है। यह कहना है हाल ही में जेकेपीएससी परीक्षा पास करने वाले युवा अधिकारियों का।
उनका कहना है कि पहले के बजाय प्रतियोगी परीक्षाओं का प्रश्नपत्र काफी प्रभावी तरीके सेट किया जाता है। सफल होने के लिए अभ्यर्थी को सामान्य ज्ञान होना जरूरी है। 80 फीसदी प्रश्नपत्र सामान्य ज्ञान पर आधारित होता है। यू-ट्यूब में हर विषय की संक्षिप्त जानकारी मिल जाती है।
40 फीसदी तक पेपर पाठ्यक्रम से बाहर का होता है। तैयारी के लिए इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया दोनों का सहारा लेना जरूरी है। ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को कोचिंग की सुविधा नहीं मिलती है और वे सोशल मीडिया से पढ़ाई कर मुकाम हासिल कर लेते हैं। प्रौद्योगिकी की दुनिया में परेशान होने की जरूरी नहीं है।
एक लक्ष्य पर ध्यान दें, नियमित पढ़ें अखबार
रेशमघर कॉलोनी के युवा अधिकारी अभिमन्यु कल्सोत्रा ने कहा कि सफलता प्राप्त करने के लिए एक लक्ष्य होना चाहिए। उसको ध्यान में रखते हुए निरंतर पढ़ाई करें। यू-ट्यूब पर उस विषय को सर्च करें। सोशल मीडिया से दूरी बनाने की जरूरत नहीं है।
इसमें भी सफलता छुपी है, अगर सही उपयोग करें तो। लगातार अखबार पढ़ें। इससे सामान्य ज्ञान मजबूत होता है। जिस अभ्यर्थी की सामान्य ज्ञान पर पकड़ है। उसके लिए सफल होना मुश्किल नहीं। घबराएं नहीं, मन से पढ़ाई करें और सपने साकार करें।
अर्थव्यवस्था और प्रौद्योगिकी का भी ज्ञान रखें
डोडा के गंदो निवासी युवा अधिकारी चंद्रकांत ने कहा, सोशल मीडिया से बड़ा मित्र कोई नहीं हो सकता। लेकिन इसके साथ मित्रता बनाने का एक हुनर होना चाहिए। सोशल मीडिया उन युवाओं के लिए खासकर ज्यादा उपयोगी है, जो दूरदराज इलाकों में रहते हैं। उनके पास सही पाठ्य सामग्री और कोचिंग की सुविधा नहीं होती।
जो युवा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं, उन्हें अखबार भी पढ़नी चाहिए। अन्य विषयों के साथ अर्थव्यवस्था और प्रौद्योगिकी का भी ज्ञान रखें। जो युवा हर विषय के साथ हाथ मिलाते हैं, चीजों को बारीकी से देखते हैं, वे प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में आसानी से परचम लहरा सकते हैं।
हर इकाई के साथ सामान्य जानकारी भी जरूरी
डोडा के शाड़ोत गांव के युवा अधिकारी अरविन सिंह ने कहा कि विज्ञान के जमाने में सोशल मीडिया के बिना कुछ संभव नहीं। प्रतियोगी परीक्षा पास करने में यू-ट्यूब और अखबार पढ़ना जरूरी है। यह दोनों बेहतर हैं। अन्य साइटों को भी सर्च करें। हर एक इकाई के साथ सामान्य जानकारी भी लें।
उन्होंने कहा कि प्रारंभिक परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे। मुख्य परीक्षा वर्णनात्मक होती है। इसमें सिर्फ लिखना होता है, जो युवा अखबार पढ़ते हैं, उनका लिखने का कौशल मजबूत हो जाता है। उनके पास शब्दावली का भंडार और भाषा पर पकड़ बनती है। युवा सोशल मीडिया का प्रयोग सही तरीके से करना सीखें।