फ्लाइट के भीतर क्या हुआ, आपबीती पढ़िए
इस घटना के बाद मीनाक्षी को दूसरी एयरलाइंस से टिकट बुक करके अमेरिका जाना पड़ा। उनकी डॉक्टर से अपॉइंटमेंट थी। अमेरिकन एयरलाइंस को टैग करते हुए मीनाक्षी की बेटी ने पूरा वाकया बताया। मीनाक्षी ने अपनी शिकायत में कहा है कि ‘ग्राउंड स्टाफ बेहद सपोर्टिव और मददगार था। उन्होंने मेरी विमान में चढ़ने और सीट के साइड में हैंडबैग रखने में मदद की। फ्लाइट के भीतर मेरी एयरहोस्टेस से बात हुई और मैंने अपनी हेल्थ कंडीशन के बारे में समझाया। किसी फ्लाइट अटेंडेंट ने हैंडबैग दूर रखने को नहीं कहा लेकिन जब लाइट डिम हुई और एयरक्राफ्ट उड़ने ही वाला था, एक फ्लाइट अटेंडेंट आकर बैग को ओवरहेड बिन में रखने को कहती है। उसने ‘ये मेरा काम नहीं है’ कहते हुए मदद से इनकार कर दिया।’
बार-बार मदद मांगने के बाद केबिन क्रू ने कथित रूप से कहा कि उन्हें एयरक्राफ्ट से उतार दिया जाएगा। कैप्टन ने भी कहा कि फैसला हो चुका है। सेनगुप्ता ने शिकायत में कहा कि ‘वे मुझसे यही पूछते रहे कि मैं अपना बैग खुद क्यों नहीं उठा सकती…’ उन्होंने कहा कि ‘अगर मैं इतनी असहज हूं तो फ्लाइट से उतर जाऊं।’ मीनाक्षी के अनुसार, ‘उन्होंने मिलकर मुझे डीबोर्ड करने का फैसला किया।’
अमेरिकन एयरलाइन ने क्या कहा?
सेनगुप्ता ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘फ्लाइट अटेंडेंट ने कहा कि मुझे निकाल दिया जाएगा। मेरे कंधे से लेकर हाथ तक कास्ट लगा हुआ था। बेहद अपमानजनक अनुभव रहा। मैं अगले दिन नहीं जा सकी क्योंकि उन्होंने मेरा PNR फ्लैग कर दिया था। मैंने दूसरी एयरलाइन से अटलांटा की टिकट बुक की और फिर वहां से बाई रोड शार्लोट तक गई।’
उन्होंने कहा कि एयरलाइंस के इंडिया ऑफिस ने उन्हें भेजे ईमेल में लिखा, ‘हम पैसेंजर की कंडीशन समझते हैं लेकिन हम सच में माफी चाहते हैं कि हम PNR में अपडेट रिमार्क्स के बाद रीबुक नहीं कर पाएंगे।’ अमेरिकन एयरलाइंस ने एक बयान में कहा कि टिकट के अनयूज्ड हिस्से को रीफंड करने के लिए उनकी कस्टमर रिलेशंस टीम ने पैसेंजर से बात की है। हालांकि, सेनगुप्ता ने कहा कि लिखित में कोई जानकारी नहीं है कि वे आगे क्या करेंगे।