रक्षा मंत्रालय ने कैंट बोर्टों में आरक्षण की स्थिति साफ कर दी है। कैंट बोर्ड चुनाव में पहली बार ईवीएम से वोट डाले जाएंगेे। पहले यह चुनाव बैलेट पेपर से होते थे। देहरादून कैंट में तीन और कैंट क्लेमेंटटाउन में दो वार्ड महिला आरक्षित किए गए हैं। जबकि, देहरादून कैंट में पूर्व की भांति एक सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।
देहरादून कैंट में आठ वार्ड हैं। पिछली बार यहां वार्ड नंबर छह, सात, और आठ महिला आरक्षित थे। इस बार वार्ड नंबर दो, चार और पांच को महिला आरक्षित किया गया है। जबकि, अनुसूचित जाति के लिए पिछली बार वार्ड छह आरक्षित था। इस बार वार्ड तीन को आरक्षित किया गया है।
कैंट क्लेमेंटटाउन की बात करें तो यहां सात वार्ड हैं। पिछले चुनाव में यहां वार्ड छह और सात महिला आरक्षित थे। इस बार वार्ड एक और चार को आरक्षित किया गया है। अनुसूचित जाति के लिए कोई भी सीट आरक्षित नहीं है। वहीं, लंढौर कैंट में वार्ड नंबर दो और तीन, जबकि चकराता कैंट में वार्ड तीन और चार को महिला आरक्षित किया गया है।
वैकल्पिक व्यवस्था रखने के निर्देश
कैंट बोर्ड के चुनाव में पहली बार ईवीएम से मतदान होंगे। हालांकि, एडिशनल डायरेक्टर जनरल कैंट सोनम यंगडोल ने सभी कैंट बोर्डों को वैकल्पिक व्यवस्था रखने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंंने बताया कि अगर चुनाव आयोग ईवीएम उपलब्ध नहीं कराता है तो सभी कैंट बोर्डों को बैलेट पेपर की वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।
नहीं होगा नोटा का विकल्प
आम चुनाव में ईवीएम में नोटा का भी विकल्प होता है, लेकिन कैंट बोर्ड चुनाव में इसका प्रावधान नहीं है। ऐसे में मतदाताओं के पास नोटा का विकल्प नहीं होगा।
भर्तियों, नए कार्यों और टेंडर पर लगी रोक
चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही कैंट बोर्डों में नई भर्तियों, कार्यों, टेंडर पर भी रोक लगा दी गई है। एडिशनल डायरेक्टर सोनम यंगडोल ने सभी कैंट बोर्ड के सीईओ को चुनाव आचार संहिता का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं।
आरक्षण से बदल जाएंगे सियासी समीकरण
कैंट बोर्डों चुनाव के लिए जारी आरक्षण ने कई वार्डों का सियासी गणित बदल दिया है। देहरादून कैंट का वार्ड नंबर दो, चार, और पांच पहले सामान्य पुरुष वार्ड था, लेकिन इन्हें महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है। कैंट क्लेमेंटटाउन में भी वार्ड एक और चार के महिला आरक्षित होने से इन सीटों पर चुनाव की तैयारी कर रहे पुरुष प्रत्याशियों को झटका लगा है। बताया जा रहा है कि अब यह या तो अपनी पत्नी या किसी महिला रिश्तेदार को चुनाव मैदान में उतारने की रणनीति बना रहे हैं। वहीं, सामान्य हुए वार्डों में निवर्तमान सभासद खुद चुनाव की तैयारी में हैं। हालांकि, यही स्थित क्लेमेंटटाउन कैंट की भी है।